Monday, November 1, 2010


खैर यह बात तो मंगलू के समझ में आ गयी .... के रामू को जो अभी परेशानी हुई थी  उसकी वजह क्या हो सकती है.....जैसे ही थोड़ी देर के बाद रामू हो होश आया...तो मंगलू ने रामू से कहा 

रामू- देखो मंगलू हमें जीतनी जल्दी हो सके येहाँ से निकल जाना चाहिए .... क्यों की ये जगह अच्छी नहीं है .... कभी भी हमारे साथ कुछ भी हो सकता है....

मंगलू - यार तू बहुत जल्दी घबरा जाता है ऐसे घबराने से काम नहीं चलेगा .....मैंभी तो देखू जरा वो है कौन ?.....

और फिर दोनों उसी तरफ निकल पड़े .....दूर दूर तक निगाह डालने के बाद उन्हें कुच्छ न दिखाई दिया .... आखिर कार जैसे हे वे वापस जाना चाहते थे ..... के जोर से आंधी और तूफान आ गया .......

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