सिनिअर जी अपने सुभ कार्य को करते हुए निरंतर आगे बढ़ रहे थे की अचानक एक दिन रस्ते में उन्हें एक मुसाफिर जो की सड़क पे जख्मी पड़ा मिलता है ...उस मुसाफिर का सड़क पर एक भयानक एक्सीडेंट हो गया होता है जिसकी वजा से वो सड़क पर जख्मी हालत में बेहोश पड़ा होता है ...उस मुसाफिर के पास जाकर सिनिअर जी जब उसे उठाने का प्रयत्न करते है तो पाते है की वोह बुरी तरह से जख्मी है ...फिर फ़ौरन इन्सानिअत के नाते से उसे हॉस्पिटल ले जाते है ...लेकिन डॉक्टर उसकी हालत को देखते हुए उसे भर्ती करने से इनकार कर देते है क्यों की उसका खून बहुत हद तक सरीर से निकल चूका होता है ...फिर उसी अवस्था में एक दुसरे हॉस्पिटल में उस मुसाफिर को सिनिअर जी भर्ती करवा देते है लेकिन वहां भी डॉक्टर के अथाह प्रयास के बावजूद सफलता हाथ नहीं लगाती है ....फिर उस मुसाफिर के ऑपरेशन थिएटर में जाकर डॉक्टर के इजाजत से सिनिअर जी उसका खुद ही ऑपरेशन करते है और उसे खतरे से बचा लेते है ...ये नजारा देख कर उस हॉस्पिटल के सभी डॉक्टर और हॉस्पिटल प्रशाशन दंग रह जाता है ...फिर सिनिअर जी का धन्यवाद करते है ....और सिनिअर जी को अपने हॉस्पिटल में बतौर एक सिनिअर डॉक्टर कार्य करने का प्रस्ताव रखते है लेकिन ...सिनिअर जी इसे स्वीकार नहीं करते है क्यों की सिनिअर जी की मंजिल कुछ और थी और फिर उस मुसाफिर को उसके परिवार के हवाले करने के लिए उस मुसाफिर के साथ उसके घर तक जाते है ...फिर वहां से विदा लेकर अपने गंतव्य की तरफ रवाना हो जाते है ...इस प्रकार से सिनिअर जी की लोकप्रियता दिन दुनी और रात चौगुनी बढती जाती है ...ये समाचार अखबारवाले और टी वि चंनेल्स वाले अपना मुख्य खबर बनाते है ...और फिर सिनिअर जी की लोकप्रियता में चार चाँद लग लग जाता है ..........
Tuesday, March 29, 2011
Wednesday, March 2, 2011
दो तिन किलोमीटर की दुरी पर ही एक सज्जन व्यक्ति को कोई उसके दुश्मन डकैती के इल्जाम में फसा देता है ...इसलिए वो जेल में बंद हो जाता है ...केश आगे बढ़ जाता है और उसको मदत करने वाला कोई नहीं होता है ..यहाँ तक की उसके रिश्तेदार भी उसका साथ छोड़ देते है ....उसके पास कोई अच्छा वकील भी नहीं होता जो उसको बचा सके ...बड़ी मुस्किल से एक वकील ठीक कर पाता है ...लेकिन वकील उस व्यक्ति को जिसका नाम जीसान है उसे बचा पाने में असफल रहता है ....इसलिए उसकी सारी उम्मीदें ख़तम होने के कगार पे होती है ....उसका एक दोस्त सिनिअर जी के बारे में पता लगाकर सिनिअर जी को सारी बात बताता है ....सिनिअर जी उसके केश को लड़ने के लिए बिना फिश के ही तैयार हो जाते है ....मुकदमें की सुनवाई के दिन अचानक जब जीसान के तरफ से कोर्ट में सिनिअर जी बहस करते है, तो ये देख कर सभी दंग
रह जाते है ....और अंततः जीसान बाइज्जत बरी हो जाता है ......
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