सिनिअर जी और मोहन की दोस्ती कॉलेज के दिनों में ही हुई थी , परन्तु मोहन
स्नातक की डिग्री हासील करने के बाद दिल्ली आ गया था ...और स्कूल चलाकर अपना जीवन
यापन करता था ...सिनिअर जी की सफलता से वह बहुत प्रसन्न और प्रभावित था ....सिनिअर जी
की प्रसिधी अब गाँव गाँव और शहर शहर में फैल चुकी थी ....
स्नातक की डिग्री हासील करने के बाद दिल्ली आ गया था ...और स्कूल चलाकर अपना जीवन
यापन करता था ...सिनिअर जी की सफलता से वह बहुत प्रसन्न और प्रभावित था ....सिनिअर जी
की प्रसिधी अब गाँव गाँव और शहर शहर में फैल चुकी थी ....